सपनों के लिए जीवन में
सपने तो बहुत देखे, देखेंगे जीवन में;
लक्ष्य तो बहुत रखे, रखेंगे जीवन में;
किन्तु फल मिले हैं और मिलेंगे आगे और भी,
जिन्होने चाहत रखी सपनों के लिए जीवन मे।
बहुत हैं अंधियारे इस धरती पर;
अनेकों हैं तकलिफें इस धरा पर;
लेकिन पुंज प्रकाष का मिला उन्हीं को,
दृढ़ता रखी जिसने अपने ईरादों पर।
वह भी चाहता हैं, करना बहुत कुछ यौवन में;
बाधाओं से भयभीत हो, लोट आते हैं कदम, अधर में;
परन्तु विजय पताका फहराता हैं वहीं षुरमा,
जिसने गंभीरता से कुछ तो सोचा होगा, सपनों के लिए जीवन मे।
मैं भी सोचता हुॅ, क्यो ना सोचा जाए इस पर;
कुछ दिवस पष्चात फुरसत में पुनः सोचता हुॅ इस पर;
किसी समय सोचकर निश्कर्श निकाला, तो भूल गया कि सोच रहा था किस पर,
परन्तु इस मुर्खता पर मेरे भाव न बदले हंसी मे;
क्योंकि तब सिद्ध हो चुका था कि जो सोचना छोड़, मेहनत करते हैं;
वहीं जिते हैं, सपनों के लिए जीवन में।
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